मूर्त अमूर्त
मूर्त अमूर्त दो , एक ही ब्रह्म रुप साकार निराकार का न भेद अनुभूति की व्यापक चेतना देती दोनों को एक समान महत्व एक के अभाव में दूजा अपूर्ण परमात्मा और आत्मा का संबंध अटूट मार्ग अनेक , साध्य एक न कोई बाधा विघ्न विनाशक